दांत में लगे कीड़े, जिसे आम भाषा में “कीड़ा लगना” कहा जाता है, असल में दांतों में सड़न (Tooth Decay या Dental Caries) होती है। यह तब होता है जब बैक्टीरिया दांत की ऊपरी परत (एनामेल) को नुकसान पहुँचाते हैं। समय रहते इसका इलाज न किया जाए, तो दर्द, सूजन और दांत निकालने की नौबत आ सकती है। इस लेख में हम बताएंगे कि दांत में लगे कीड़े को कैसे हटाया जा सकता है और भविष्य में इससे कैसे बचा जा सकता है।
1. दांत में कीड़ा लगने के कारण
- बहुत अधिक मीठा या चिपचिपा खाना खाना
- मुंह की सफाई ठीक से न करना
- रात को ब्रश न करना
- बार-बार खाना खाना और कुल्ला न करना
- दांतों में पहले से दरार या गड्ढा होना
2. दांत में कीड़ा लगने के लक्षण
- दांत में हल्का या तेज दर्द
- ठंडा या गर्म लगना
- दांत में गड्ढा दिखाई देना
- खाना चबाने में परेशानी
- मुंह से बदबू आना
3. दांत में लगे कीड़े का इलाज
A. घरेलू उपाय (शुरुआती अवस्था में)
- लौंग का तेल: इसमें मौजूद युजेनॉल दांत के दर्द और बैक्टीरिया को कम करता है। रुई में लगाकर दांत पर रखें।
- नमक और सरसों का तेल: दोनों को मिलाकर दांत और मसूड़ों पर मलें।
- नीम की दातून: इसमें एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो कीड़े को बढ़ने से रोकते हैं।
- हल्दी और नारियल तेल: दोनों को मिलाकर दांतों पर लगाने से सूजन और बैक्टीरिया में राहत मिलती है।
B. डेंटल ट्रीटमेंट (अगर कीड़ा ज्यादा हो)
- फिलिंग (Filling): जब सड़न कम हो तो डॉक्टर दांत को साफ कर उसमें दवा और सीमेंट भर देते हैं।
- रूट कैनाल ट्रीटमेंट (RCT): अगर कीड़ा गहराई तक पहुंच गया हो तो दांत के अंदर के नर्व को हटाकर दांत को भर दिया जाता है।
- दांत निकालना: अगर दांत पूरी तरह सड़ चुका हो और बचने की उम्मीद न हो, तो उसे निकाल दिया जाता है।
4. भविष्य में दांत में कीड़ा लगने से कैसे बचें
- दिन में दो बार फ्लोराइड टूथपेस्ट से ब्रश करें।
- मीठा और चिपचिपा खाना खाने के बाद कुल्ला जरूर करें।
- हर 6 महीने में डेंटिस्ट से चेकअप कराएं।
- माउथवॉश का इस्तेमाल करें।
- बच्चों में विशेष ध्यान रखें, क्योंकि उनमें कीड़ा जल्दी लगता है।
निष्कर्ष:
दांत में लगे कीड़े को समय पर पहचान कर इलाज करना बहुत जरूरी है। घरेलू उपाय केवल शुरुआती राहत दे सकते हैं, लेकिन सही इलाज के लिए डेंटिस्ट से मिलना जरूरी होता है। स्वस्थ दांतों के लिए सफाई, सही खानपान और नियमित देखभाल बहुत जरूरी है।